

धर्मनगरी में संतों की संपत्ति को लेकर खूनी रहा है इतिहास
हरिद्वार।। धर्मनगरी हरिद्वार में संत और उनके आश्रम की संपत्ति पर कब्जे को लेकर खूनी इतिहास रहा है, ताजा मामला उत्तरी हरिद्वार के विश्व प्रशिद्ध स्वर्गीय निवर्तमान शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी द्वारा स्थापित भारत माता मंदिर ट्रस्ट को लेकर सामने आया है, जहाँ आश्रम के महंत ओर निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी ने प्रेस वार्ता कर कहा कि स्वर्गीय निवर्तमान शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी द्वारा उनको महंताई दी गई थी, जब उनके द्वारा आश्रम के खर्चें आदि को लेकर प्रश्न किये गए तो गुरू स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी का स्वर्गवास जाने के बाद आश्रम के सचिव आईडी शास्त्री द्वारा षड्यंत्र कर आश्रम के मुख्य संचालक जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी को उनके खिलाफ अनर्गल बातें बता कर जबरन उनको आश्रम से निकालने की साजिश कर रहे है। वही जब इस संबंध में जब आश्रम के सचिव से उक्त प्रकरण के संबंध में बात की गई तो उनका कहना था कि ना तो वे उनके खिलाफ कोई षड्यंत्र कर रहे है और ऐसा कुछ भी नही है जैसा को महामंडलेश्वर ललितानंद गिरी ने आरोप लगाए है, उनको ऐसे कोई अधिकार प्राप्त नही है जिससे वो आश्रम की संपत्ति को हड़प या खुर्द बुर्द कर सके, आश्रम का संचालन ट्रस्ट के द्वारा किया जाता है जिसमें वे मात्र एक आश्रम की व्यवस्था के लिए हैं।